
यह प्रभावकारी उपाय चार विदेशी नागरिकों को कोरोना वायरस इंफेक्शन से तेजी से से ठीक होने में मदद कर चुका है। जो कि मेरे ऑनलाइन मित्र है। दो मित्र इटालियन है और दो मित्र अमेरिकी है।
एलोपैथिक मेडिसिन सिस्टम जो सिर्फ लक्षणों से राहत देने का काम करता है उसके साथ साथ दिया गया यह नेचुरल उपाय उन्हें 50% कम समय मे ठीक करने में सफल सिद्ध हुआ है।
( update : यह ब्लॉग मार्च 2020 में लिखा गया था तब कोरोना की शुरवात हुई थी आज नॉवम्बर 2020 में अब तक पूरी दुनिया से 500 से अधिक लोग मुझे रिपोर्ट कर चुके है कि वे इस ट्रीटमेंट से 3 दिन से कम समय पुनः स्वस्थ हो चुके है, में स्वयम भी जुलाई 2020 में कोरोना संक्रमण को इस उपाय से 2 दिन में पूरी तरह ठीक कर चुका हूं )
हो सकता है यह विधि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की मदद करें उनकी जाने बचे और अनेको लोग को संक्रमित होने से बच जाए। और इस उपचार के “सकारात्म प्रभाव” को देखते हुए सरकार इस पर वैज्ञानिक प्रयोग करवाये और उपयोगी पाए जाने पर दुनिया के अन्य देशों की भी सहायता की जा सके। अंततः यह कोरोना का क्रांतिकारी उपाय सिद्ध हो।
नमस्कार, मेरा नाम कमलेश टाँक है। मुझे बड़ी गहरी दिलचस्पी है, मेडिकल साइंस में और मानव शरीर की कार्यप्रणाली में)
मेडिकल साइंस में जिन बीमारियों का कोई उपचार नहीं है…. स्वयं की उन बीमारियों का इलाज खोजते हुए मैं एक वैज्ञानिक की भांति सोचने लगा हूं। और इसी के आधार पर मैने आधुनिक मेडिकल साइंस और नेचुरल मेडीसन पर ऑनलाइन हार्वड यूनिवर्सिटी से ऑनलाइन कोर्स के द्वारा वेशषज्ञता प्राप्त कर के स्वयं का हर्बल मेडीसन व्यवसाय स्थापित किया जो कि अमेरिका और यूरोप के मार्केट में सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है।
चिकित्सा जगत के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए नए-नए खोजो पर प्रकाशित रिसर्च पेपर मैं नियमित रूप से पड़ता एवं उन पर प्रयोग करता हूं। अनेको ऑनलाइन हेल्थ ग्रुप्स का हिस्सा हूं जिसमे हज़ारो हेल्थ एक्सपर्ट, वैज्ञानिक और अन्वेषक जुड़े है।
मैंने यह पाया है की चिकित्सा के प्राकृतिक तरीके अनेकों बीमारियों में बहुत उपयोगी होते हैं अपने परिवार के सदस्यों को होने वाली आम बीमारियों जैसे कि बुखार जुकाम जुकाम नजला दस्त आदि को मैंने आयुर्वेदिक औषधियों और एलोपैथिक ओटीसी मेडिसिन के द्वारा इस प्रकार ठीक किया है कि किसी भी सदस्य को इन बीमारियों के लिए पिछले 2 साल से किसी भी अस्पताल में नहीं जाना पड़ा।
“यहां जो मैं उपाय बताने जा रहा हूं यह उपाय मैंने भारत सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रायोजित कोरोना वायरस कोविड 19 सलूशन चैलेंज में भी सबमिट/दर्ज करवाया है।”
विधि:
यह विधि प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक चिकित्सा के सिद्धांतों पर कार्य करती है। (update : यह ब्लॉग मार्च 2020 में लिखा गया था तब पतंजलि आयुर्वद की कोरोना किट भी नही लांच की गई थी।)
आयुर्वेदिक चिकित्सा का भाग इस प्रकार है:
इसमे चार आयुर्विद औषधियों है:
१. गिलोय घनवटी
२. लक्ष्मी विलास रस
३..संजीवनी वटी
४. अणु तेल (आयुर्वेदिक तेल)
यह दवाइयां किसी भी आयुर्वेदिक औषधि भंडार दुकान पर आमतौर पर आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
रोगी को ऊपर बताई गई तीनों औषधियों/मेडिसिन गिलोय घनवटी, लक्ष्मी विलास रस और संजीवनी वटी की दो टेबलेट या गोली दिन में तीन बार लेना है
चौथी दवाई ‘अणु तेल’ रोगी को कुछ बूंदें प्रत्येक नासापुटो में दिन में दो बार डालनी है।
सावधानी: यह दवाइयां एक महीने से अधिक समय के लिए नहीं ली जानी चाहिए 6 वर्ष से छोटे बच्चों को आधी मात्रा दिया जाना चाहिए, कृपया दवाइयां लेने से पूर्व अपने आयुर्वेदिक वैद्य से सलाह विमर्श कर लेवे।
दूसरी विधि: जोकि ऊपर बताए गए आयुर्वेदिक चिकित्सा के “साथ” करनी है वह प्राकृतिक चिकित्सा के उष्णता के द्वारा की जाने वाली चिकित्सा है। यह विधि हेयर ड्रायर विधि कहलाती है।
हेयर ड्रायर विधि: हेयर ड्रायर से निकलने वाली गर्म हवा को अपने चेहरे,नाक,साइनस वाले स्थान पर डालें ऐसा दिन में दो बार 15 मिनट के लिए करें।
गर्म हवा के लिए हेयर ड्रायर जो बालों को सुखाने के उपयोग में आता है आमतौर पर अनेक घरों में पाया जाता है और मार्केट से आसानी से खरीदा जा सकता है।
ऊंचे तापमान पर कोरोना वायरस आसानी से मारा जाता है, साइनस कैवेटिस तथा श्वसन प्रणाली हर प्रकार के फ्लू/जुकाम के वायरस का मुख्य लक्ष्य होती है।
आमतौर पर हमारी नासिका के नलिकाएं यानी कि साइनस कैविटी का तापमान वातावरण की हवा के तापमान के आसपास रहता है। और इस तापमान पर जो अगर ठंडा अथवा सामान्य तापमान हो तो वह तापमान कोरोना वायरस और अन्य जुकाम के वायरस के लिए अनुकूल होता है।
हेयर ड्रायर की मदद से जब हम गर्म हवा को नासिका के आसपास सीमित समय के लिए प्रवाहित करते हैं, वह हवा हमारी साइनस कैविटी और श्वसन प्रणाली के तापमान को गर्म कर देती है इस प्रकार शरीर को बिना नुकसान पहुचाये उष्ण तापमान कोरोना वायरस को नष्ट करता है।
यह प्रयोग अनेक वर्षों से हजारों लोगों द्वारा सामान्य जुकाम के वायरस को ठीक करने के लिए सफलतापूर्वक किया जा रहा है जोकि कोरोना वायरस को भी नष्ट करने में ‘असरदार’ होता है।
इस विधि को “सावधानी पूर्वक” सही प्रकार से करना जरूरी है .. मैंने एक वीडियो की लिंक डाली है जो विधि को करने के तरीके को विस्तारपूर्वक समझती है। इसे जरूर देखें। उसके बाद ही करे।।
लिंक – https://youtu.be/x5p_AKzofJM पर जाए या फिर नीचे दिए गए वीडियो को देखे।
यह प्रयोग जो आप हेयर ड्रायर से कर सकते है। इसे अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए आप इसे “फार इंफ्रारेड थर्मल लाइट” (Far Infrared thermal Light) के द्वारा भी कर सकते हैं आप गूगल कर सकते हैं और यह लाइट ऑनलाइन खरीद सकते हैं जो ₹ 1000- 2000 तक आमतौर पर मिल जाती है।
ऊपर बताई गई उपचार और विधियों के साथ मे यह करे।
1. दिन में दो बार गुनगुने पानी मे नमक मिला कर उस पानी से गरारे करें।
2. विटामीन C और Zinc का सेवन करे रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए।
3. अधिक मात्रा में फल एवं सब्जियों खाये। रोगों से लड़ने वाले लाभकारी तत्वों को बढ़ने में मदद करती है।
4. गले/ कंठ मे नमि बनाये रखने के लिए नियमित अंतराल पर पानी पीते रहे।
5. पर्याप्त विश्राम करना सभी बीमारियों को ठीक करने की आधारशिला है।
6. पिपरमेंट तेल, यूकेलिप्टिस तेल, कपुर आदि तत्वों से बने उत्पादों का प्रयोग करे जैसे कि विक्स वेपोरब या पतंजलि दिव्य धारा या कोई अन्य यह आपको जुकाम के बाद होने वाले अन्य संक्रमण से बचाएगा।
7. अदरक, लहसुन, लौंग, संक्रमण से लड़ने के लिए बेहद उपयोगी होते है।
संक्रमण से रोकथाम हेतु: जैसा कि आप जानते है उपचार से रोकथाम हमेशा बेहतर होती है। सरकार एवं स्वस्थ विभाग द्वारा बताए गए बचाव की अन्य सावधानियां के अलावा यह उपाय करें –
-गुनगुने नमकीन पानी से दिन में २ बार गरारे करें। “गिलोय घनवटी, तुलसी ड्रॉप्स,” आँवला, या त्रिफला सीमित मात्रा में प्रतिदिन ले। फल एवं सब्जियों का अधिक मात्रा में प्रयोग करे, अदरक, लहसुन, लौंग, विटामिन C एवं जिंक लेवे। गले की नमी बनाए रखे पानी पीते रहे।
यह सारे उपाय आपकी रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाएगे और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाये रखने में सहयोगी होंगे।
ऊपर बताये गए उपाय साधारण लगते है लेकिन इन साधारण उपायों के बड़े वैज्ञानिक आधार है उदाहरण के लिए गले/कंठ की नमी बनाए रखना, सूखे कंठ में किसी भी प्रकार का इंफेक्शन आसानी से होता है। गीले कंठ में वायरस प्रभाव कम होता है। इतनी छोटी सी सावधानी अंतर पैदा कर सकती है। सभी के उपायों के वैज्ञानिक कारणों की गहराई को इस पोस्ट में समाहित नही किया जा सकता, उसके लिए अलग से पोस्ट करुगा। इतना ध्यान रखे सभी उपाय महत्वपूर्ण है भले ही वे कितने ही साधारण लगे।
एलोपैथिक उपचार: जयपुर के प्रसिद्ध एस एम एस हॉस्पिटल के डॉक्टर केसवानी के द्वारा किए गए कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार में उन्होंने उन्होंने निम्न एलोपैथिक दवाइयों को काफी प्रभाव शील पाया है।1.Lopinavir2.Ritonavir3.Chloroquine’
जबकि अन्य देशों में किए गए प्रयोगों से यह पता चलता है कि यह दवाइयां कुछ खास असरदार नहीं है। अपने एलोपैथिक डॉक्टर से सलाह लेते वक्त यह जानकारी उनसे साझा करें जिस से की वे बेहतर निर्णय ले सके।
मेरे द्वारा ऊपर बताए गए उपचार विधि से कुछ लोगों को लाभ हुआ कुछ विदेशी नागरिक ठीक हुए लेकिन बिना किसी वैज्ञानिक प्रयोगों के यह कहना संभव नहीं है कि यह सबके लिए काम करेगा इसके बावजूद मैं अपनी पूरी कोशिश कर रहा हूं इस उपचार विधि को प्रचारित करने के लिए क्योंकि इस समय दुनिया में कोविड 19 कोरोना वायरस संक्रमण का कोई उपचार नहीं है यह विधि कुछ लोगों पर असरकारी रही है।…. तो हो सकता है और भी लोगो पर प्रभाव कारी हो और लोग ठीक हो। अगर इस विधि से एक भी व्यक्ति की जान बचती हो वह ठीक होता हो तो यह मेरे लिए बहुत ही संतुष्टि की बात होगी
आपसे आग्रह है कृपया इसे अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर करें हो सकता है यह विधि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की मदद करें उनकी जान बचे और अनेक लोग को संक्रमित होने से बच जाए। और इस उपचार के सकारात्म प्रभाव को देखते हुए सरकार इस पर वैज्ञानिक प्रयोग करवाये और उपयोगी पाए जाने पर दुनिया के अन्य देशों की भी मदद की जा सके।
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ध्यान देवे यहां में यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि मेरे द्वारा उल्लेख की गई औषधियों या उपकरणों के किसी भी विक्रय से मेरे कोई व्यवसायिक हित नही जुड़े हुए है। मुझे किसी प्रकार कोई कोई लाभ प्राप्त नही होगा। यह सारी जानकारी में बिना किसी प्रलोभन के जनहित में प्रकाशित कर रहा हूँ।
किसी भी प्रकार का कोई श्रय न लेते हुए, यह कहना चाहता हूँ कि यह समस्त जानकारी अनेक औषधि विशेषज्ञों द्वारा कई वर्षों से उपयोग की जा रही है। मुझ तक भी मेरे मित्रो एवं ऑनलाइन अध्यन के द्वारा पहुची जो में साझा कर रहा हूं।
अस्वीकरण/खंडन – मैं स्वयं प्रमाणित अथवा अधिकृत चिकित्सक नहीं हूं इसलिए मेरे द्वारा दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की बीमारी या शारीरिक समस्या के अधिकृत उपचार न माना जाए मैं यह सारी जानकारी इसलिए शेयर कर रहा हूं क्योंकि मैंने इसे उपयोगी पाया और आशा करता हूं यह अन्य लोगों के लिए भी उपयोगी सिद्ध हो।
इस वेबसाइट पर दी गई सारी जानकारी किसी भी प्रकार से अधिकृत चिकित्सकों के द्वारा दिए जाने वाले उपचार विधियों, दवाइयों, औषधियों का विकल्प नहीं माना जावे
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